मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर नए संस्थान बनाने और मेधावी विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा हेतु स्कॅालरशिप की घोषणा की है। जिससे वंचित वर्ग के विद्यार्थी विदेश में जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें।
गहलोत सरकार की घोषणाएं : तकनीकी शिक्षा को अधिक रोजगारोन्मुखी बनाने के लिए जोधपुर में करीब 400 करोड़ की लागत से फिनटेक यूनिवर्सिटी खोली जा रही है। गहलोत सरकार ने जोधपुर फिनटेक यूनिवर्सिटी का नामकरण राजीव गांधी के नाम से करने की घोषणा की है । राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस की भी घोषणा की। इसके तहत राजस्थान के 200 युवाओं को सालाना हॉवर्ड, कैम्ब्रिज, ऑक्सफोर्ड सहित विश्व के जाने-माने शिक्षण संस्थानों में सरकारी खर्च पर पढ़ने भेजा जाएगा। इस योजना पर सालाना 100 करोड़ रुपए खर्च आएगा जो सरकार की तरफ से होगा । हर स्टूडेंट पर करीब 50 लाख तक का खर्च आएगा। जयपुर में करीब 200 करोड़ की लागत से राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी खोला जाएगा। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सहित IT के लेटेस्ट कोर्स होंगे।
राजीव गांधी इनोवेशन अवार्ड : मुख्यमंत्री ने स्टार्ट-अप के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले युवाओं को राजीव गांधी इनोवेशन अवार्ड देने की घोषणा की है । इसके तहत प्रथम पुरस्कार के रूप में 2 करोड़ रुपए, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 1 करोड़ और तृतीय पुरस्कार के रूप में 50 लाख का पुरस्कार दिया जाएगा। गहलोत ने कहा कि प्रदेश में 14 नवंबर से राजीव गांधी युवा कोर की शुरुआत की जाएगी। प्रदेश के युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए स्टार्टअप्स को निरंतर प्रोत्साहित किया जा रहा है। शहरों के साथ-साथ अब ग्रामीण क्षेत्रों तक इनका विस्तार करने का प्रयास किया जाएगा।