अक्टूबर में UAE में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के लिए चुनी गई टीम इंडिया में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को मेंटर के रूप में चुना गया है। वह ड्रेसिंग रूम से खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते नजर आएंगे। वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंट के लिए एमएस धोनी को मेंटर के पद पर नियुक्त किया जाना भारतीय क्रिकेट के लिए बड़ा फायदेमंद हो सकता है। धोनी ने 15 अगस्त 2020 को क्रिकेट से संन्यास लिया था।
गंभीर का रिएक्शन :
धोनी के मेंटर नियुक्त किए जाने के बाद पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा- धोनी को मेंटर बनाना बहुत अच्छा फैसला है। टीम में हेड कोच रवि शास्त्री, बॉलिंग कोच भरत अरुण, फील्डिंग कोच आर श्रीधर हैं, सभी स्किल्स वाले हैं, लेकिन धोनी जिस तरह से बड़े मैचों में प्रेशर को हैंडल करते हैं, उसके लिए शायद मेंटॉर के तौर पर उन्हें टीम में शामिल किया गया है। टीम में कई युवा खिलाड़ी भी हैं, जिनको अभी तक एक भी वर्ल्ड कप खेलने के अनुभव नहीं है, ऐसे में धोनी का एक्सपीरियंस उनके काम आ सकता है।
नॉकआउट मैचों में मिलेगा फायदा :
गौतम गंभीर के मुताबिक- महेंद्र सिंह धोनी का दबाव से निपटने और उस दौरान बेहतर प्रदर्शन करने का अनुभव युवा खिलाड़ियों के लिए बहुत बड़ा फायदा हो सकता है। टीम में वरुण चक्रवर्ती, राहुल चाहर ऐसे युवा क्रिकेटर हैं, जिन्होंने अभी तक कोई वर्ल्ड कप नहीं खेला है, ऐसे में धोनी का प्रेशर हैंडल करने का तरीका इन खिलाड़ियों की मदद कर सकता है। साथ ही पिछले काफी समय से हमारी टीम बड़े टूर्नामेंट्स में लगातार शानदार प्रदर्शन करती है लेकिन नॉकआउट मैचों में टीम दबाव नहीं झेल पाती और टीम को हारकर बाहर होना पड़ता है। नॉकआउट मैचों में धोनी टीम को बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं।
फाइनल नहीं जीत पा रहा भारत :
भारत ने 2017 की ICC चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल, 2019 के वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल और इस साल खेले गए WTC के फाइनल में जगह बनाई थी। हालांकि, सभी के नॉकआउट मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा। इस बार धोनी का अनुभव नॉकआउट जैसे अहम मैचों में टीम और कैप्टन कोहली के बहुत काम आ सकता है।