प्यार ,धर्म-जाति अमीर-गरीब किसी बात की परवाह नहीं करता। अपने मनपसंद जीवनसाथी को पाने के लिए इंसान सब कुछ छोड़ देता है। जापान की प्रिंसेस माको ने अपने कॉलेज के बॉयफ्रेंड केई कोमुरो के साथ शादी कर ली। माको जापान के मौजूदा राजा नारूहितो के भाई प्रिंस आकिशिनो की बेटी हैं। माको ने अपनी शाही ठाठ-बाठ को त्यागते हुए अपने प्यार के साथ जीवन जीने का फैसला लिया।
IHA ने जमा कराए मैरिज के पेपर्स :
दोनों ने कोर्ट मैरिज की है। शादी की ऑफिशियल घोषणा मंगलवार सुबह उस समय हुई, जब शाही परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी संभालने वाली इंपीरियल हाउसहोल्ड एजेंसी (IHA) ने स्थानीय मैरिज ऑफिस में दोनों की शादी को रजिस्टर्ड कराने के लिए इंपोर्टेंट पेपर्स जमा कराए।
प्रिंसेस ने तोड़ी रस्मे :
कपल ने अपनी शादी में उन सभी परंपराओं को तोड़ दिया, जो जापान में किसी शाही शादी का अनिवार्य हिस्सा होती हैं। इनमें शादी के बाद दिया जाने वाला शाही रिसेप्शन भी शामिल है। जापानी राजवंश की परंपरा के अनुसार किसी रॉयल वुमन को शाही फैमिली से बाहर शादी करने पर रॉयल टाइटल छोड़ने के बदले मुआवजे के तौर पर दी जाती है, प्रिंसेस माको ने 13 लाख डॉलर (करीब 7.5 करोड़ रुपए) की वह रकम भी लेने से इनकार कर दिया है।
चार साल बाद शादी की बात सिर चढ़ी :
प्रिंसेस माको और कोमुरो ने शादी करने की ऑफिशियल घोषणा चार साल पहले की थी। उस समय जापानी जनता ने इसका स्वागत करते हुए खुशियां मनाई थीं, लेकिन कुछ समय बाद ही मीडिया रिपोर्ट में उछले एक मनी स्कैंडल में कोमुरो की मां का नाम शामिल होने पर यह शादी टाल दी गई थी। इसके बाद 2018 में कोमुरो न्यूयॉर्क में लॉ की पढ़ाई करने के लिए चले गए थे और वहां से पिछले महीने सितंबर में ही वापस जापान लौटे थे।
अपने ससुराल न्यूयार्क में रहेगी प्रिंसेस: :
शादी के बाद प्रिंसेस माको अपने पति कोमुरो के साथ अमेरिका के न्यूयॉर्क में रहेंगी, जिसके लिए वे पासपोर्ट के लिए अप्लाई करेंगी। जापान के शाही परिवार के सदस्य दूसरे देश की यात्रा के लिए पासपोर्ट की जगह डिप्लोमेटिक कार्ड का इस्तेमाल करते हैं। इसके चलते माको का पासपोर्ट नहीं बना है। शादी के बाद अपने पति के साथ एक जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंची प्रिंसेस माको ने कहा कि वे सगाई के बाद बनी अशांति से उबरकर अब एक हैप्पी लाइफ निभाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने उन मीडिया रिपोर्ट को भी गलत ठहराया, जिनमें कोमुरो को उनके दुख और तनाव का कारण बताया गया था।
अपनी सगाई के बाद चार साल तक मनी स्कैंडल के कारण प्रिंसेस माको बेहद बीमार हो गई थीं।
राजकुमारी माको के भाई हिसाहितो हैं गद्दी के उत्तराधिकारी : राजकुमारी माको के छोटे भाई राजकुमार हिसाहितो अपने पिता आकिशिनो के अलावा गद्दी के इकलौते दावेदार हैं। जापान के शाही नियमों के अनुसार राजवंश से बाहर शादी करने वाली शाही महिलाओं के पुत्रों को गद्दी का उत्तराधिकारी नहीं माना जाता।