राजस्थान गहलोत सरकार ने कुछ बदलाव किए है। 25000 आंगनबाड़ियों को नंदघर में अपग्रेड किया जाएगा। इसके लिए महिला बाल विकास विभाग और वेदांता समूह के बीच एमओयू हुआ।
एमओयू पर हुए हस्ताक्षर :
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मौजूदगी में एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। इस दौरान वेदांता ग्रुप द्वारा उठाई गई जिम्मेदारी को लेकर सीएम गहलोत और मंत्री ममता भूपेश ने शुभकामनाएं दी।
‘आगंनबाड़ी सेंटर्स का नया रूप :
नंदघर से प्रदेश के आगंनबाड़ी सेंटर्स को नया रूप मिलेगा। 62 हजार सेंटर्स नंदघर में अपग्रेट होंगे। हमारी सरकार उड़ान योजना लेकर आई है, कोई चर्चा नहीं करता महिलाओं की समस्याओं को लेकर कि इन्हे इंफेक्शन से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां भी होती है। इस समस्या से प्रदेश की महिलाओं को जूझना पड़ रहा है। लेकिन इसके लिए सरकार 200 करोड़ हर साल खर्च करेगी।
पैडमैन फिल्म का जिक्र :
सीएम गहलोत ने पैडमैन फिल्म का जिक्र करते हुए कहा कि ये फिल्म मैने पूरी देखी है, यदि हर महिला ये फिल्म देखे तो सभी की सोच बदल जाएगी और उनकी समस्याएं भी कम होगी।
1.20 करोड़ महिलाओं को मिलेगी सहायता :
महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि आगंनबाड़ी सेंटर बच्चों के लिए मील का पत्थर है। 25 हजार नंदघर बनाने का फैसला, सरकार का बहुत अच्छा फैसला है। सरकार तीन साल में लगातार नए बदलाव कर रही है। इंदिरा गांधी मातृत्व योजना के जरिए महिलाओं को राहत मिल रही है। ‘आईएमशक्ति‘ योजना के तहत ड्रॉपआउट बच्चों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उड़ान योजना के जरिए 1 करोड़ 20 लाख महिलाओं को राहत मिलेगी।
अन्य राज्यों के लिए आदर्श बनेगी यह योजना :
इस योजना को समझते हुए दूसरे राज्यों ने भी लागू किया है। उड़ान योजना भी दूसरे राज्यों के लिए रोल मॉडल बनेगी। सचिव उषा शर्मा ने कहा कि वेदांता ग्रुप के लिए ये कार्य मुश्किल नहीं है। नंदग्राम के जरिए बच्चों और महिलाओं के लिए सपने साकार होंगे। इस तरह की योजना गांवों के लिए लाना बहुत बड़ी पहल है।