टोक्यो ओलिंपिक में गए भारतीय खिलाड़ियों के साथ पीएम मोदी बेहद दोस्ताना अंदाज में पेश आये है। उन्होंने हर खिलाड़ी से बेहद गर्मजोशी और हंसी -मजाक भरे अंदाज में बात की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ओलिंपिक से लौटे एथलीट्स की मेजबानी की। पीएम आवास पर नाश्ते के साथ मोदी ने एथलीट्स से लंबी-चौड़ी बातचीत की। ओलिंपिक के अनुभवों के बारे में जाना, पसंदीदा चीजों के बारे में पूछा और अपनी भी सुनाते रहे। भाला फेंक में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा से पीएम मोदी ने पूछा कि उन्होंने इतनी लंबी दूसरी तक भाला कैसे फेंका। पीवी सिंधू ने उन्हें बैडमिंटन रैकेट गिफ्ट किया तो पीएम ने कहा कि इसका ऑक्शन कराऊंगा। बॉक्सिंग में ब्रॉन्ज जीतने वाली लवलीना ने पीएम मोदी को ग्लव्स भेंट किए।
PM मोदी और ओलिंपिक खिलाड़ियों की वार्तालाप , मोदीजी और नीरज चोपड़ा : पीएम मोदी ने नीरज चोपड़ा से खूब सवाल-जवाब किए। पीएम ने कहा कि ‘विजय तुम्हारे सिर पर नहीं चढ़ती है और पराजय तुम्हारे मन में नहीं बैठती है। दोनों चीजें बहुत जरूरी है। मैंने जब भी तुमसे बात की है, हर बार बैलेंसिंग चीजें देखी हैं।’ नीरज ने बताया कि ‘हम 12 लोग होते हैं, फाइनल इकट्ठे खेलते हैं, हमें अपनी परफॉर्मेंस पर ध्यान देना होता है। कोशिश यह होती है कि दूसरे की परफॉर्मेंस पर ध्यान न दें, उनकी परफॉर्मेंस से नर्वस न हों।’
मोदी ने नाश्ते में नीरज को उनका पसंदीदा चूरमा खिलाकर मुँह मीठा कराया । इसके बाद मजाकिया लहजे में कहा कि ‘लेकिन ये तुम्हारा चूरमा तुम्हें बहुत परेशान करने वाला है… मान लो…’ फिर पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़ा एक किस्सा सुनाया। ‘अटल जी पहले पार्टी का भी काम करते थे तो काफी आना-जाना होता था। कई परिवारों में खाना भी होता था। किसी परिवार में भोजन को गए थे। बाद में मीडिया वाले पहुंच गए तो उन्होंने बताया कि गुलाब जामुन बहुत अच्छे थे। अब वो खबर छप गई पूरे देश में। फिर अटल जी जहां जाते थे, वहां हर जगह गुलाब जामुन… वो बड़े तंग आ गए। एक सर्कुलर निकाला गया कि अटल जी आएंगे तो गुलाब जामुन नहीं,कुछ और भी खिलाओ।’
रवि दहिया और मोदीजी की बातचीत : पीएम मोदी ने रवि दहिया से पूछा कि आखिरी सेकेंड्स में उन्होंने कैसे कमाल दिखाया। विपक्षी पहलवान ने कौन से हाथ में काटा… आप फिर भी डटे रहे। ऐसा करने पर पहलवान के खिलाफ ऐक्शन लेते हैं या नहीं। मोदी ने दहिया से एक शिकायत भी की। कहा कि ‘हरियाणा का कोई भी आदमी हो, वह हर चीज में कुछ न कुछ ऐसा कमेंट करेगा कि आप हंस पड़ोगे। रवि से मेरी शिकायत है कि तुम्हारा मन करता है कि गोल्ड ले आऊं, नहीं आया… लेकिन पोडियम पर तो हंसते दिखते यार! ये क्या बात है।”
बजरंग पूनिया और पीएम मोदी की बातचीत : पीएम मोदी ने बजरंग पूनिया से पूछा, ‘और बजरंगी… तुम्हारे पैर में इतनी चोट आई, तुम खेलते रहे… पट्टी खोलने का निर्णय कैसे कर लिया तुमने आज?’ पूनिया ने कहा कि सपना होता है कि ओलिंपिक में मेडल जीतूं, तो मैंने सोचा कि अभी पैर टूट भी जाए तो क्या मेडल तो जीत जाऊंगा… गोल्ड तो नहीं जीत पाया उसकी भरपाई 2024 में करने की कोशिश करूंगा।