महेंद्र सिंह धोनी अपनी टीम को कई मेचो से जीताया था आज वो 300वा मैच खेलने मैदान में आये है
दिल्ली के खिलाफ तीसरे वन- डे मैच कोलबो के प्रेमदासा स्टेडियम में उतरते ही टीम इंडिया के बेहतरीन फिनीसर महेंद्र सिंह धोनी अपने कैरियर का 300 मैच खेलेंगे वैसे तो धोनी आज किरकेट की दुनिया के कामयाबी के सितारे है लेकिन उनका कैरियर कई मायनो में अहम है 7 जुलाई 1981 को रांची में जन्मे धोनी ने टीम इंडिया का कैंप पहनने के लिए काफी संघर्ष किया था धोनी ने जब अपना पहला मैच बांग्लादेश के खिलाफ 23 दिसंबर 2004 को खेला, तब तक वे फर्स्ट क्लास किरकेट में 6 साल पूरा कर चुके है इन ६ सालो में धोनी ने किरकेट टीम में जगह बनाने के लिए काफी संगर्ष किया घरेलु मेंचो में शानदार प्रदर्शन के कारण धोनी को रेलवे की टीम में जगह मिल गई साथ ही रेलवे में टीसी की नौकरी भी की लेकिन धोनी रेलवे की नौकरी से खुश नहीं थे | धोनी ने अपने परिवार के दवाब में आकर नौकरी तो करना शुरु कर दी थी उसने खुद को किरकेट से दूर नहीं रखा पाए आखिर धोनी ने रेलवे नौकरी छोड़ कर किरकेट में में वापसी करने की जुगत में जुट गए यह धोनी के लिए संभवत आखिरी मौका था यदि यहाँ वे चूक गए होते तो आज टीम इंडिया को विश्व कप दिलवाने वाला कप्तान नहीं मिलता |