पुरातत्व विभाग द्वारा 23 जनवरी से बड़े पैमाने पर चल रहा है खुदाई शोध कार्य
अनूपगढ़ । अनूपगढ़ तहसील क्षेत्र के चक 4 एम. एस. आर. ( बिंजौर) में पिछले करीब 2 माह से एक थेड़ पर चल रहे उत्खनन कार्य को अंजाम दिए जाने के दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वक्षण दिल्ली के दल को हड़प्पाकालीन प्राचीन सभ्यता के अवशेषों व एक नर कंकाल मिलाने से खुदाई का कार्य और तेज कर दिए गया है । आज प्रिंट मिडिया की एक टीम द्वारा उक्त स्थल का दौरा करके पुरातत्व संस्थान के अधिकारियों से इस बारे में विस्तार से जानकारी ली गई ।
मौके पर खुदाई कार्य पर मौजूद अधिकारी भारतीय पुरातत्व सर्वक्षण दिल्ली के निदेशक डॉ. एस. के. मंजुल ने बताया की 23 जनवरी से यहाँ पर खुदाई का कार्य किया जा रहा है ,इस कार्य में आसपास के गांवों से करीब 150 से 200 मजदूरों को काम पर लगाया गया है । उन्होंने बताया की यहाँ पर बसावट कब प्रारम्भ हुई और कब तक रही थी । इस बात के लिए शोध किया जा रहा है । उन्होंने बताया की इससे पूर्व में भी कालीबंगा, तरखन, बरोर इत्यादि जगहों पर ऐसे अवशेष मिल चुके है ।
डॉ. मंजुल ने बताया की सिंधु घाटी सभ्यता, हड़प्पा एवं मोहन जोदड़ो की खुदाई पर मिले अवशेषों के आधार पर ही घग्घर नदी के बहाव क्षेत्र में 500 मीटर की दूरी पर इस प्राचीन बसावट की खुदाई का कार्य किया जा रहा है । इस नदी को पूर्व में अलग – अलग नामों से जाना जाता था । उन्होंने बताया की प्राचीन घरों की बनावट के प्रमाण के रूप में प्रारम्भिक रूप से विकसित हरफन प्रकाश में आए है |