देश में पांच दिन में 22 फीसदी किशोरों का हुआ टीकाकरण :
3 जनवरी 2022 से शुरू हुए टीकाकरण अभियान में 15 से 18 वर्ष के किशोरों में 22 फीसदी से ज्यादा किशोरों को पहली खुराक दी जा चुकी है। 91 फीसदी से ज्यादा लोगों को पहला टीका दिया जा चुका है।
तीसरी लहर का कहर :
देश में कोरोना की तीसरी लहर के दौरान रोज 4 – 8 लाख तक केस आने की संभावना जताई जा रही है । इस दौरान मुंबई में रोज 30-60 हजार और दिल्ली में 35-70 हजार तक केस आ सकते है ।
केस बढ़ने पर अस्पतालों में बेड की कमी भी हो सकती है। देश में संक्रमित होने वालों की तुलना में डेढ़ लाख बेड की जरूरत पड़ सकती है।
देश में संक्रमण फैलने की रफ्तार दक्षिण अफ्रीका के मुकाबले कई गुना अधिक होगी।
दिल्ली-मुंबई में जनवरी में ही तीसरी लहर शिखर पर होने की संभावना :
प्रो. अग्रवाल के मुताबिक दिल्ली और मुंबई में पीक जनवरी के तीसरे सप्ताह में आ सकता है। इस दौरान मुंबई से अधिक केस दिल्ली में मिलेंगे। मुंबई में केसों की तुलना में 10 हजार बेड, दिल्ली में केसों की तुलना में 12 हजार बेड की जरूरत पड़ सकती है।
21 अक्तूबर 2021 को भारत में 100 करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा पार किया था। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में 91 फीसदी वयस्कों को टीके का कम से कम एक डोज लग चुका है, 66 फीसदी लोगों को दोनों खुराक दी जा चुकी है।
उत्तराखंड में 16 जनवरी तक रैलियों पर लगी रोक , स्कूल भी रहेंगे बंद :
बढ़ते संक्रमण को देखते हुए 16 जनवरी तक स्कूल।,राजनैतिक रैलियां और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे।
महामारी के आंकड़े :
देश में मिलने वाले कोरोना मरीज :3,52,26,386
स्वस्थ हो चुके मरीज :3,43,71,845
जान गवां चुके रोगी :4,83,178
बीते 24 घंटे में सैंपल लिए गए :15,13,377
अबतक जांचे गए सैंपल :68,68,19,128 से अधिक
बॉलीवुड सितारों को लगा कोरोना का ग्रहण :
संगीतकार विशाल डडलानी , अभिनेत्री स्वरा भास्कर और अभिनेता कुब्रा सैत भी कोरोना संक्रमण में है।
वैक्सीन के बाद डॉक्टर के कहने पर ही लें पैरासिटामोल :
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोनारोधी वैक्सीन लेने वाले बच्चों को पैरासिटामोल डॉक्टरों की सलाह पर ही लेनी चाहिए। यह सलाह ऐसी सूचनाएं सामने आने के बाद दी गई है, जिनमें कहा गया है कि कुछ केंद्र वैक्सीन लेने के बाद बच्चों को पैरासिटामोल 500 की तीन गोलियां लेने की सलाह दे रहे हैं।
वैक्सीनेशन के बाद हल्का बुखार, मांसपेशियों में दर्द, सुस्ती, सिरदर्द, इंजेक्शन लगने वाले स्थान पर सूजन जैसी समस्याएं होना नार्मल है। ये अपने आप सही हो जाती है।